पात्र गृहस्थी कार्ड है न जॉब कार्ड, कोरोना के खौफ के बीच सता रही भूख
पात्र गृहस्थी कार्ड है न जॉब कार्ड, कोरोना के खौफ के बीच सता रही भूख कोरोना संक्रमण का डर तो है ही पर अब भूख भी सताने लगी है। लॉकडाउन की वजह से काम नहीं मिल रहा है। सुबह काम मिल जाता था तो शाम तक 500 रुपये दिहाड़ी बन जाती थी। दो वक्त की रोटी मिल जाती थी और परिवार के भरण-पोषण का जुगाड़ भी हो जाता …